लखनऊ: योगी सरकार ने अपने पिछले पांच वर्षों के कार्यकाल में प्राथमिक विद्यालयों में 1 लाख 20 हजार से अधिक सहायक अध्यापकों की भर्ती की है, जबकि माध्यमिक विद्यालयों में 44 हजार से अधिक अध्यापकों को तैनाती दी है. योगी सरकार प्रदेश में जल्द ही बड़े पैमाने पर टीचर भर्ती प्रक्रिया शुरू (UP Teacher Recruitment Process) करने जा रही है.
योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में कुल 1 लाख 64 हजार से अधिक अध्यापकों की भर्ती की थी. ऐसे में अब सरकार प्रदेश में जल्द ही शिक्षकों के लिए भर्ती (UP Teachers Recruitment 2022) करने वाली है. इसके लिए कुछ पहले ही शासन स्तर पर शिक्षकों के खाली पदों का ब्योरा तलब किया गया था. इस मामले में पिछली सरकारों की बात करें तो शिक्षक भर्ती में वह पीछे रह गई. देशभर में योगी सरकार की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया या अन्य कोई भी प्रक्रिया अपनी पारदर्शिता के चलते काफी चर्चाओं में है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने वर्ष 2017 में सूबे की कमान संभालते ही शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे. इसके साथ ही शिक्षकों की खाली पदों पर नियुक्ति के आदेश भी दिए थे. इसी के चलते प्रदेश में 1 लाख 64 हजार से अधिक अध्यापकों को तैनाती दी गई. योगी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में अकेले सिर्फ माध्यमिक विद्यालयों में 44 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की है, जबकि वर्ष 2003 से लेकर वर्ष 2017 के बीच पूर्ववर्ती सरकार 15 साल में माध्यमिक विद्यालयों में महज 33 हजार ही शिक्षकों की भर्ती कर सकी, जो उनके युवाओं को रोजगार देने के वादे के छलावे को साफ दिखाती है. योगी सरकार ने राजकीय विद्यालयों और सहायता प्राप्त विद्यालय में 33 हजार से अधिक सहायक अध्यापकों को नियुक्ति दी है. इसके साथ ही 6 हजार से अधिक पद पर प्रवक्ता और 8 सौ से अधिक प्रधानाचार्यों की नियुक्ति की गई.
पढ़ें- लखीमपुर खीरी में चुनावी रैली करेंगे सीएम योगी, गोला गोकर्णनाथ सीट पर उपचुनाव
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया (UP Teacher Bharti 2022) की पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए सॉफ्टवेयर के जरिए ऑनलाइन परीक्षा व्यवस्था को अपनाया, जिसकी काफी तारीफ भी हुई. वर्तमान समय में परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की शिक्षा के लिए करीब 6 लाख अध्यापक, शिक्षामित्र और अनुदेशक कार्यरत हैं. इतना ही नहीं छात्र संख्या के मानक के आधार पर अध्यापकों को विद्यालय में तैनाती की व्यवस्था लगातार जारी है. योगी सरकार ने पांच वर्षों में 1270 डायट प्रवक्ता, 34 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, 45 वरिष्ठ प्रवक्ता और 309 खंड शिक्षा अधिकारी तैनात किए हैं.
पढ़ें- कमीशनखोरी के आरोप में कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक के खिलाफ FIR दर्ज